चंडीगढ़ में ये क्या! उठाकर पटक दिया फिर पीटने लगा.. जाने से मारने को कहा, मंदिर के पुजारी ने BJP कार्यकर्ता के गुनाह गिना डाले
Pujari was assaulted by BJP worker in Chandigarh
जब कहीं चुनाव होता है तो वहां लड़ाई-मारपीट का खतरा बरकरार बना रहता है और कई बार यह घटना घट भी जाती है| बरहाल, मामला चंडीगढ़ से है| जहां एक मंदिर के पुजारी द्वारा भारतीय जनता पार्टी के एक कार्यकर्ता पर बेहद गंभीर आरोप लगाया गया है| पुजारी ने बीजेपी कार्यकर्ता के गुनाह गिना डाले हैं| दरअसल, पुजारी का कहना है कि बीजेपी कायकर्ता ने उनके साथ बुरी तरह से मारपीट की है और उनके साथ यह मारपीट बिना उनके कोई कसूर के की गई| फिलहाल, पुजारी द्वारा पुलिस में बीजेपी कायकर्ता के खिलाफ शिकायत दी गई है| मिली जानकारी के अनुसार, पुलिस ने पुजारी का मेडिकल करवाकर मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है|
उठाकर पटक दिया फिर पीटने लगा...
बतादें कि, मामला चंडीगढ़ के बापूधाम इलाके का है| जहां स्थित शीतला माता मंदिर के पुजारी राजेश पांडे ने बीजेपी कार्यकर्ता द्वारा मारपीट की शिकायत पुलिस में दर्ज करवाई है| पुजारी राजेश पांडे का कहना है कि चुनाव के चलते सोम नाम के एक बीजेपी कार्यकर्ता द्वारा उन्हें पिछले कुछ दिनों से मारने की कोशिश की जा रही थी| जहां जब चंडीगढ़ में बीते शुक्रवार को निगम चुनाव के लिए वोटिंग हुई तो उस रात जब वह मंदिर से बाहर निकले तो बीजेपी कार्यकर्ता सोम ने उनपर बाइक चढ़ाने की कोशिश की| इसके बाद शनिवार सुबह 9 बजे के करीब जब वह मंदिर में पूजा करके उठे तो उतने समय भी बीजेपी कार्यकर्ता सोम मौके पर आ गया और उनसे बहस करने लगा और इस बीच उसने उन्हें पटक दिया और मारने लगा| उसने सरेआम उन्हें मारा| पुजारी ने कहा कि उनके साथ मारपीट के बहुत गवाह हैं| पुजारी का यह भी साफ़ आरोप है कि बीजेपी कार्यकर्ता सोम द्वारा उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी गई है|
पुजारी के साथ मारपीट से स्थानीय लोगों में बीजेपी के खिलाफ रोष ....
इधर, पुजारी का साफ़-साफ़ कहना है कि उनकी कभी भी कोई रंजिश बीजेपी या बीजेपी कार्यकर्ता सोम से नहीं रही| उन्हें सिर्फ इसलिए मारा गया क्योंकि वह चुनाव में पार्टी के साथ समर्थन में नहीं आये, वोट नहीं मांगे| फिलहाल, पुजारी के साथ मारपीट से स्थानीय लोगों में बीजेपी के खिलाफ रोष पैदा हो गया है| लोग गुस्से में हैं| लोगों का कहना है कि यह गुंडागर्दी है| वहीं, इस पूरे मामले पर बीजेपी के पूर्व पार्षद दिलीप शर्मा का कहना है कि मामले को तूल दिया जा रहा है| उन्होंने कहा कि मैं यह मानता हूँ कि लड़ना नहीं चाहिए था|